tag:blogger.com,1999:blog-2370791253405691668.post7197503188364275349..comments2023-09-29T00:45:52.988-07:00Comments on उन्नति की ओर हमारी बेटियाँ: एक लड़की ..............Dr. sandhya tiwarihttp://www.blogger.com/profile/15507922940991842783noreply@blogger.comBlogger17125tag:blogger.com,1999:blog-2370791253405691668.post-4954989221035897322012-08-25T02:20:57.541-07:002012-08-25T02:20:57.541-07:00sandhyaa जी आपकी ये पोस्ट एक पत्रिका के लिए jaa र...sandhyaa जी आपकी ये पोस्ट एक पत्रिका के लिए jaa रही हूँ ....<br />अपना संक्षिप्त परिचय , पोस्ट पता , blog पता , तस्वीर मेल करें ...हरकीरत ' हीर'https://www.blogger.com/profile/09462263786489609976noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2370791253405691668.post-68180501987756586952012-08-21T08:28:03.953-07:002012-08-21T08:28:03.953-07:00बिलकुल बदलेगी हमारी सोंच बिलकुल बदलेगी हमारी सोंच Dr. sandhya tiwarihttps://www.blogger.com/profile/15507922940991842783noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2370791253405691668.post-31304549597734441672012-08-21T08:26:34.065-07:002012-08-21T08:26:34.065-07:00बस यही तो होना चाहिए हमें अपनी सोंच बदलनी चाहिए बस यही तो होना चाहिए हमें अपनी सोंच बदलनी चाहिए Dr. sandhya tiwarihttps://www.blogger.com/profile/15507922940991842783noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2370791253405691668.post-62801851725766049422012-08-21T08:24:31.369-07:002012-08-21T08:24:31.369-07:00धन्यवाद धन्यवाद Dr. sandhya tiwarihttps://www.blogger.com/profile/15507922940991842783noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2370791253405691668.post-16063249218512481942012-08-20T13:49:20.153-07:002012-08-20T13:49:20.153-07:00eid mubarak ..sarthak post
WORLD'S WOMAN BLOG...eid mubarak ..sarthak post <br /><a href="http://wwashikha.blogspot.com" rel="nofollow">WORLD'S WOMAN BLOGGERS ASSOCIATION-JOIN THIS NOW </a>Shikha Kaushikhttps://www.blogger.com/profile/12226022322607540851noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2370791253405691668.post-14592941317473612092012-08-20T10:31:47.052-07:002012-08-20T10:31:47.052-07:00संवेदनशील विचार संवेदनशील विचार डॉ. मोनिका शर्मा https://www.blogger.com/profile/02358462052477907071noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2370791253405691668.post-75733393791285484102012-08-20T08:51:42.454-07:002012-08-20T08:51:42.454-07:00यदि नेहा मेडिकल में न जाती तो क्या उसे जन्म देना ग...यदि नेहा मेडिकल में न जाती तो क्या उसे जन्म देना गलत सिद्ध होता? क्यों किसी लड़की को अपने अस्तित्व को सही, उपयोगी सिद्ध करना पड़ता है? क्यों उसकी तुलना बेटे से की जाए? प्राय: पढ़ने को मिलता है कि कैसे बेटी बेटे से अधिक माता पिता का सहारा बनी, या उनका अधिक ध्यान रखती है या अधिक आज्ञाकारी या स्नेही है, अत: उसे जन्म दो. क्यों? क्यों नहीं वह जैसी भी हों जन्म लेने की अधिकारी हों?<br />घुघूतीबासूतीghughutibasutihttps://www.blogger.com/profile/06098260346298529829noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2370791253405691668.post-52448885613491861892012-08-19T02:50:39.155-07:002012-08-19T02:50:39.155-07:00बेटियों के बिना घर ?
बहुत सुंदर रचना और विचार
बेटियों के बिना घर ?<br />बहुत सुंदर रचना और विचार<br /><br />महेन्द्र श्रीवास्तवhttps://www.blogger.com/profile/09549481835805681387noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2370791253405691668.post-23872909246039788502012-08-17T20:08:44.359-07:002012-08-17T20:08:44.359-07:00*परिवर्तन *परिवर्तन ANULATA RAJ NAIRhttps://www.blogger.com/profile/02386833556494189702noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2370791253405691668.post-68874016486569266072012-08-17T20:08:26.914-07:002012-08-17T20:08:26.914-07:00होंगे परिर्वर्तन....बदलेगी मान्यताएं....आस टूटे न ...होंगे परिर्वर्तन....बदलेगी मान्यताएं....आस टूटे न बस....<br /><br />अनु ANULATA RAJ NAIRhttps://www.blogger.com/profile/02386833556494189702noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2370791253405691668.post-10615216389157219702012-08-16T08:39:37.447-07:002012-08-16T08:39:37.447-07:00shikchatmak......shikchatmak......mridula pradhanhttps://www.blogger.com/profile/10665142276774311821noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2370791253405691668.post-21682203864663911252012-08-15T02:38:11.246-07:002012-08-15T02:38:11.246-07:00prerna dayak ...abhar
prerna dayak ...abhar<br />kavita vermahttps://www.blogger.com/profile/18281947916771992527noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2370791253405691668.post-87435289101585982332012-08-14T21:53:51.274-07:002012-08-14T21:53:51.274-07:00http://kuchmerinazarse.blogspot.in/2012/08/blog-po...http://kuchmerinazarse.blogspot.in/2012/08/blog-post_15.htmlरश्मि प्रभा...https://www.blogger.com/profile/14755956306255938813noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2370791253405691668.post-67387620969394776642012-08-14T10:40:55.729-07:002012-08-14T10:40:55.729-07:00आभार............ आभार............ Dr. sandhya tiwarihttps://www.blogger.com/profile/15507922940991842783noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2370791253405691668.post-62222594367113405352012-08-14T10:40:18.388-07:002012-08-14T10:40:18.388-07:00बहुत सुन्दर धीरेन्द्र जी ..........आभार बहुत सुन्दर धीरेन्द्र जी ..........आभार Dr. sandhya tiwarihttps://www.blogger.com/profile/15507922940991842783noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2370791253405691668.post-27332946636887421012012-08-14T09:38:13.280-07:002012-08-14T09:38:13.280-07:00बेटियाँ किसी भी मायने में बेटों से कम नहीं .
बहुत ...बेटियाँ किसी भी मायने में बेटों से कम नहीं .<br />बहुत सुंदर प्रस्तुति .<br />बेटियों की गर्भ में हत्या बिलकुल अमानवीय है !<br />इस विषय पर मैंने एक कविता लिख रखी है बहुत पहले<br />होगा तो डालूँगा अपने ब्लॉग पर .<br />साभार !शिवनाथ कुमारhttps://www.blogger.com/profile/02984719301812684420noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2370791253405691668.post-77709818223874864742012-08-14T09:36:13.334-07:002012-08-14T09:36:13.334-07:00वजूद,,,,,
जिन्दगी के
हर जशन को अधूरा पाओगे
अगर ब...वजूद,,,,, <br /><br />जिन्दगी के<br />हर जशन को अधूरा पाओगे<br />अगर बेटियों के आगमन से<br />इतना कतराओगे,<br />जीवन का ये अनमोल सुख<br />कैसे पाओगे,<br />काश-<br />तुम्हारे एक बेटी होती<br />प्यार से उसका नाम रखते ज्योति,<br />सहमी सहमी सिमटी सी<br />गुलाबी कपड़ों लिपटी सी<br />टुकुर टुकुर निहारती,<br />जैसे बेरहम दुनिया को देखना चाहती<br />उसका हंसना बोलना और मुस्कराना<br />तुम्हारा प्यार से माथे को सहलाना,<br />गाल चूमकर नाम से बुलाते-<br />गोद में उठाकर सीने से लगाते-<br />तो तुम्हरा दिल खुशियों से नाच उठता<br />कितनी ठंडक पडती कितना सकून मिलता,<br />नन्हे नन्हे पैरों से चलने की आहट<br />हंसना रोना और उसकी खिलखिलाहट,<br />गोद में उठाकर लोरी सुनना<br />उंगली पकडकर चलना सिखाना<br />तोतली जबान से कुछ कहने की चाहत<br />समाज के दोगली बातों से आहात<br />जैसे कहना चाह रही हो-?<br />बेटे और बेटी में इतना फर्क,<br />इसमें हम बेटियों का क्या कसूर<br />एक बार हमारे पंख लगाकर के देखो<br />खुले आसमान में उड़ाकर के देखो-<br />हम क्या नहीं कर सकती॥?<br />लक्ष्मीबाई, से लेकर मदरटेरसा, तक<br />इंदिरा गांधी,से लेकर कल्पना चावला तक<br />ये भी तो किसी की बेटियां थी,<br />बेटियां समाज की धडकन होती है<br />दो कुलों के बीच रिश्ता जोड़कर-<br />घर बसाती है<br />माँ बनकर इंसानी रिश्तों की,<br />भावनाओ से जुडना सिखाती है<br />पर तुमने-?<br />पर जमने से पहले ही काट डाला<br />शरीर में जान-?<br />पड़ने से पहले ही मार डाला,<br />आश्चर्य है.?<br />खुद को खुदा कहने लगे हो<br />प्रकृति और ईश्वर से<br />बड़ा समझने लगे हो<br />तुम्हारे पास नहीं है।<br />कोई हमसे बड़ा सबूत,<br />हम बेटियां न होती-?<br />न होता तुम्हारा वजूद.....<br />dheerendra.....<br /><br />वे क़त्ल होकर कर गये देश को आजाद,<br />अब कर्म आपका अपने देश को बचाइए!<br /><br />स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाए,,,,<br />RECENT POST<a href="http://dheerendra11.blogspot.in/2012/08/blog-post_14.html#links" rel="nofollow">...: शहीदों की याद में,,</a>धीरेन्द्र सिंह भदौरिया https://www.blogger.com/profile/09047336871751054497noreply@blogger.com