क्यों हुई वह लड़की ?
पुनः ख़बरों में है एक बेटी
लुटी अस्मत, मौत से लड़ती
सवाल खड़ा करती
कब तक सहती रहेगी
कही न कही एक बेटी
आवाज उठाने वाले
हर तरफ है तैयार
कानून भी है बनकर तैयार
लेकिन क्या बच सकेगी बेटी?
सवालों से घिरी है चुनौती
क्या कानून, पुलिस, सरकार
दे सकते हैं उसे जबाब
जब वह अन्दर से घुटेगी
अपनी बेबसी पर कोसेगी
कि क्यों हुई वह लड़की ........................?
पुनः ख़बरों में है एक बेटी
लुटी अस्मत, मौत से लड़ती
सवाल खड़ा करती
कब तक सहती रहेगी
कही न कही एक बेटी
आवाज उठाने वाले
हर तरफ है तैयार
कानून भी है बनकर तैयार
लेकिन क्या बच सकेगी बेटी?
सवालों से घिरी है चुनौती
क्या कानून, पुलिस, सरकार
दे सकते हैं उसे जबाब
जब वह अन्दर से घुटेगी
अपनी बेबसी पर कोसेगी
कि क्यों हुई वह लड़की ........................?
बहुत सुंदर भावनात्मक रचना,,,
जवाब देंहटाएंRECENT POST : पाँच( दोहे )
स्थिति दुखद है, शर्मनाक है ... आलम बेबसी का है ...
जवाब देंहटाएंमार्मिक प्रस्तुति,... बेटी...को अपनी रक्षा खुद करनी होगी ....हम माओं को बस कमर कसने की जरुरत है ....
जवाब देंहटाएंइस भयावह स्थिति से समाज को उभारना होगा ... ये बदलाव लाना होगा ओर पुरुष समाज को सबसे ज्यादा अरिवर्तन काना होगा ...
जवाब देंहटाएंबदलाव आयेगा जरूर ...पर अभी दिल्ली दूर नजर आती है.
जवाब देंहटाएं